Monday, June 02, 2014

तुम्हारा नाम मुस्कान रखा है


गम हो या ख़ुशी, ख़ूबसूरत है ज़िन्दगी,
सँवर गयी, रब का जैसे साथ मिला है
जब नाम लूँ, एक लहर सी आती है
तुम्हारा नाम मुस्कान रखा है

गम के घेरे में भी एक सुकून की झलक
जैसे तूफ़ान में मुस्काते तिनके की नज़ाकत
या ज्यों आंधियों में रौशन एक दिये की मासूमियत
जब दिखे, लगता है रब ने तेरा जिक्र किया है

न कहूँगी कभी, रूठ मत जाना...
जानती हूँ यह रिश्ता पुराना है ।
होठों पे जब से तुम्हारा नाम सजाया है
सौभाग्य मेरा, हर श्वास पर उत्सव मनाया है ।

-BhairaviParag

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